प्रथम विश्व युद्ध के अंत ने वैश्विक स्तर पर अस्थिरता और क्रांतिकारी आंदोलनों को जन्म दिया। इस समय पूर्वी और दक्षिणी यूरोप में राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक परिवर्तन का दौर शुरू हुआ। इस प्रक्रिया में रूस और इटली ने आधुनिक तानाशाही के दो प्रमुख मॉडल प्रस्तुत किए: **व्लादिमीर लेनिन का सर्वहारा वर्ग का तानाशाही मॉडल** और **बेनीटो मुसोलिनी का फासीवाद।** यह दोनों शासन प्रणाली आधुनिक तानाशाही के लक्षणों को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं।
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### **लेनिन की सर्वहारा तानाशाही**
1917 में रूस में हुई क्रांति ने न केवल रोमानोव राजवंश को समाप्त किया, बल्कि एलेक्जेंडर केरेन्स्की की अस्थायी लोकतांत्रिक सरकार को भी उखाड़ फेंका। इसके स्थान पर **व्लादिमीर लेनिन** के नेतृत्व में ‘सर्वहारा वर्ग की तानाशाही’ की स्थापना की गई।
#### **साम्यवादी विचारधारा और क्रांति**
- **मार्क्स और एंगेल्स** के अनुसार, सर्वहारा वर्ग की तानाशाही पूंजीवादी लोकतंत्र और साम्यवादी लोकतंत्र के बीच एक संक्रमणकालीन चरण था।
- इसे ‘अल्पसंख्यक शासन’ के रूप में देखा गया, जो पूंजीवादी वर्ग (बुर्जुआ वर्ग) की सत्ता समाप्त कर समाजवादी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए था।
- लेनिन ने इस शासन प्रणाली को वैध ठहराने के लिए विचारधारा का सहारा लिया।
#### **प्रमुख विशेषताएँ**
1. **विचारधारा आधारित वैधता:** लेनिन का शासन एक अनिवार्य विचारधारा पर आधारित था, जिसे नीतियों के लिए अचूक मार्गदर्शक माना गया।
2. **वर्ग संघर्ष और दमन:**
- बुर्जुआ वर्ग को क्रांति का शत्रु मानते हुए कठोर दमन किया गया।
- राजनीतिक विरोध और स्वतंत्र गतिविधियों को अनुचित ठहराकर समाप्त कर दिया गया।
3. **सैन्य बल का उपयोग:**
- रेड आर्मी ने शासन की रक्षा और विरोधियों के दमन में प्रमुख भूमिका निभाई।
4. **राष्ट्रवाद का उदय:**
- समाजवाद के तहत भी, सोवियत संघ ने राष्ट्रीय उद्देश्यों को प्राथमिकता दी और सभी वर्गों से सहयोग की अपेक्षा की।
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### **मुसोलिनी का फासीवाद**
इसी समय, 1922 में, **बेनीटो मुसोलिनी** ने इटली में संसदीय और राजशाही सरकार के खिलाफ क्रांति का नेतृत्व किया। प्रथम विश्व युद्ध के बाद के संकटों से उबरने के नाम पर स्थापित सरकार जल्दी ही एक स्थायी तानाशाही में बदल गई।
#### **फासीवाद की संरचना**
- फासीवाद का प्रारंभ एक अस्थायी व्यवस्था के रूप में हुआ, लेकिन 1925 से इसे एक **एकदलीय शासन** का स्वरूप दे दिया गया।
- इसे ‘अल्पसंख्यक शासन’ के रूप में चलाया गया, जिसमें मुसोलिनी का नेतृत्व सर्वोच्च था।
#### **प्रमुख विशेषताएँ**
1. **करिश्माई नेतृत्व:**
- मुसोलिनी ने खुद को राष्ट्र का उद्धारकर्ता बताया और व्यक्तिगत शक्ति को वैधता दी।
2. **सैन्य संरचना:**
- ब्लैकशर्ट मिलिशिया फासीवादी शासन का सैन्य सहायक था।
3. **विरोध का दमन:**
- किसी भी राजनीतिक विकल्प को खत्म कर दिया गया।
- संवैधानिक प्रावधानों को नियमित रूप से पुनर्व्याख्या कर अपनी आवश्यकता के अनुसार बदला गया।
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### **आधुनिक तानाशाही के सामान्य लक्षण**
#### **1. करिश्माई नेतृत्व और विचारधारा पर आधारित वैधता**
आधुनिक तानाशाही में नेता का महत्व सर्वोपरि होता है। यह नेतृत्व किसी वैचारिक प्रणाली (जैसे साम्यवाद या फासीवाद) के आधार पर खुद को वैध ठहराता है।
- नेता को ऐसी विचारधारा का स्वामी माना जाता है, जो राष्ट्र या वर्ग की सभी समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करती है।
- यह विचारधारा तानाशाही को राजनीतिक विरोध और स्वतंत्रता का दमन करने का औचित्य प्रदान करती है।
#### **2. एकदलीय शासन और सैन्य समर्थन**
- लगभग सभी आधुनिक तानाशाही में एक प्रमुख दल (उदाहरण: बोल्शेविक पार्टी, फासीवादी पार्टी) शासन करता है।
- इसके साथ ही एक सैन्य संगठन (जैसे रेड आर्मी, ब्लैकशर्ट्स) सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करता है।
#### **3. राष्ट्रवाद और जन समर्थन का भ्रम**
- तानाशाही शासक राष्ट्रवादी भावनाओं का सहारा लेते हैं।
- जन समर्थन दिखाने के लिए नियंत्रित चुनाव या जनमत संग्रह आयोजित किए जाते हैं।
#### **4. संवैधानिक लचीलापन और अधिकारों का अभाव**
- संवैधानिक ढांचे को बार-बार बदला जाता है।
- व्यक्तिगत अधिकारों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अभाव होता है।
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### **वैश्विक उदाहरण**
#### **1. सोवियत संघ (लेनिन और स्टालिन)**
- सोवियत संघ ने साम्यवाद की विचारधारा का इस्तेमाल कर व्यापक दमन किया।
- बाद में स्टालिन के नेतृत्व में यह तानाशाही और मजबूत हुई।
#### **2. इटली (मुसोलिनी)**
- फासीवादी इटली ने राष्ट्रवाद और सैन्य शक्ति का प्रयोग किया।
- यह शासन द्वितीय विश्व युद्ध तक चला।
#### **3. जर्मनी (हिटलर)**
- नाजी जर्मनी ने हिटलर के नेतृत्व में राष्ट्रवाद और नस्लीय श्रेष्ठता को बढ़ावा दिया।
#### **4. अन्य उदाहरण**
- चीन (माओत्से तुंग), क्यूबा (फिदेल कास्त्रो), उत्तर कोरिया (किम इल-सुंग और उनके उत्तराधिकारी)।
आधुनिक तानाशाही एक ऐसी शासन प्रणाली है, जिसमें व्यक्तिगत नेता की सत्ता सर्वोच्च होती है। यह शासक वैचारिक वैधता, सैन्य बल, और राष्ट्रवादी भावनाओं का सहारा लेकर अपने शासन को स्थिर रखते हैं। लोकतांत्रिक अधिकारों और स्वतंत्रता के अभाव के कारण यह प्रणाली समाज पर गहरा प्रभाव डालती है। हालांकि आधुनिक तानाशाही अपने वैचारिक और राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राथमिकता देती है, लेकिन यह अंततः दमनकारी और अलोकतांत्रिक साबित होती