आगे बढ़ने की ताकत



जो मुझे रोक रहा है, वो ब्रेकअप नहीं, वो धोखा नहीं,
वो तो बस वही पुराना बिछड़ा रास्ता है, जहाँ रुकना नहीं।

आगे बढ़ना है, ताकत मिलती है उसी से,
जो पीछे छोड़ दिया, वही कुछ नहीं, जो आगे बढ़ा, वही सब कुछ है।

ना कहना सीख लिया है, अब किसी से डरता नहीं,
सीमाओं को खुद तय करता हूँ, अब किसी से डरता नहीं।

शुरू से शुरू किया, क्योंकि अब सफा है दिल का,
हर नया कदम सफा करता है, अब साफ है मेरा मन का।

लेकिन वही बहाने, वही वक्त गंवाना,
वो मुझे तोड़ देगा, वही मुझे गिरा देगा।

अब और नहीं, अब रुकना नहीं,
खुद को समझाया है, आगे बढ़ना है, अब रुकना नहीं।


आधी-अधूरी आरज़ू

मैं दिखती हूँ, तू देखता है, तेरी प्यास ही मेरे श्रृंगार की राह बनती है। मैं संवरती हूँ, तू तड़पता है, तेरी तृष्णा ही मेरी पहचान गढ़ती है। मै...