मर्द होना मतलब बदलते जाना,

भाईयों!!

मर्द होना मतलब बदलते जाना,
जो डरते हैं, वो हर बार गड़बड़ कर जाते हैं, सच्ची मानो!

जो काम न आये, उसे छोड़ देना,
कभी तो नये रास्तों पे चलके दिखा देना।

लेकिन रुकना, वही सबसे बुरा है,
रुटीन में फंसा रहना, तो बस यही ग़लत है।

वक्त न गवाओ, खड़ी मूर्तियों की तरह,
जिंदगी में बदलाव लाओ, और बनाओ अपनी ‘नई’ राह।

कभी ग़ुस्से में हो, कभी डांस में,
लेकिन रुकना नहीं, हमेशा हंसी में रहना!

फिर चाहे हो 'वापस' जाना, या 'नया' बनाना,
मर्द वही, जो रुके नहीं, और चलते जाएं बस 'आगे'।


मैं, ब्रह्मांड का अंश, ब्रह्मांड मुझमें

मैं, एक अणु, जो ब्रह्मांड में विचरता, ब्रह्मांड का अंश, जो मुझमें बसता। क्षितिज की गहराई में, तारे की चमक में, हर कण में, हर क्ष...