बुनियादी वरदान



आँखों से देखना, रंगों का संसार,
हर दृश्य में छिपा है कुदरत का उपहार।
जो देख नहीं सकते, उनसे पूछो ये बात,
दृष्टि का होना है सबसे अनमोल सौगात।

पैरों से चलना, हर कदम का एहसास,
जीवन के सफर में ये सबसे बड़ा प्रयास।
जो बेबस हैं, जिनसे छिन गया ये हक़,
उनसे समझो, ये कितना बड़ा शक़।

साँसें चलती हैं, बिना रुके, बिना थके,
हर पल का प्रमाण हैं, जो हम जीते हैं।
जिन्हें मिलती नहीं ये हवा की मिठास,
उनके लिए हर साँस है अनमोल सांस।

खाने का स्वाद, हर निवाला एक खुशी,
पेट भरने का सुख, ये दुनिया की खुशी।
जो भूख से तड़पें, उनसे पूछो ये सवाल,
हर दाने में छिपा है जीवन का कमाल।

और वो नींद, जो सपनों की झील है,
दिनभर की थकान का यही तो इलाज़ है।
जिनकी रातें कटती हैं जागते हुए,
सुकून की नींद उनके लिए जैसे ख्वाब है।

छोटी-छोटी चीज़ें, बड़ी बात बन जाती हैं,
यही तो हमें जीवन जीना सिखाती हैं।
इन वरदानों का हर रोज़ करो सम्मान,
क्योंकि यही हैं असली खुशियों का आधार।


जो मिला है उसे संजो लो,
जीवन के हर पल को गले लगा लो।

श्रेष्ठ पुरुष के प्रतीक

एक शरीर जो ताजगी और ताकत से भरा हो, स्वस्थ आदतें, जो उसे दिन-ब-दिन नया रूप दें। ज्ञान की राह पर जो चलता हो, पढ़ाई में समृद्ध, हर किताब में न...