(लॉकडाउन डायरी – May 2020)
मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक शादीशुदा जोड़ा, एक-दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करने के बावजूद, एक-दूसरे को किसी और के साथ सोने की आज़ादी दे सकता है।
पर फिर लॉकडाउन आया।
काम बंद, शूटिंग बंद, पार्टियाँ बंद — और शुरू हुई ज़िंदगी की असली पड़ताल। मैंने अपने आस-पास, खासकर फिल्म इंडस्ट्री में, कुछ ऐसे कपल्स को देखा जिनके बीच संबंधों की सीमाएं पार हो चुकी थीं — मगर उनका रिश्ता टूट नहीं रहा था, बल्कि और मजबूत हो रहा था।
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"ओपन मैरिज क्या है?"
सीधे शब्दों में — ये एक ऐसी शादी है जिसमें पति और पत्नी, एक-दूसरे की सहमति से, बाहर यौन या रोमांटिक संबंध बना सकते हैं। मगर भावनात्मक और ज़िम्मेदारी का रिश्ता केवल पति-पत्नी के बीच रहता है।
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एक कपल की कहानी – 'अन्वेषा और रोहित' (नाम बदले गए हैं)
रोहित एक सिनेमैटोग्राफर हैं और अन्वेषा कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर। हम तीनों कई बार सेट पर मिले थे। एक दिन लॉकडाउन के दौरान वीडियो कॉल पर बात करते हुए मैंने अनायास पूछ लिया — "कैसे कट रही है जिंदगी?"
अन्वेषा मुस्कराई और बोली, “तू बहुत पूछता है... चल, आज एक राज़ खोलते हैं।”
और फिर उन्होंने मुझे बताया कि उनकी शादी ओपन मैरिज पर आधारित है।
“हमने तय किया है कि जब तक हमारे दिलों में भरोसा है, हम एक-दूसरे की देह की आज़ादी को नहीं रोकेंगे,” रोहित ने कहा।
मैं स्तब्ध था।
“क्या तुम जलते नहीं एक-दूसरे से?” मैंने पूछा।
“जलते हैं... मगर फिर बात करते हैं... और धीरे-धीरे वो जलन भी मोहब्बत में बदल जाती है।”
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ओशो के विचार – देह स्वतंत्र, आत्मा जुड़ी
ओशो ने कहा था:
"Marriage is the ugliest institution if it is possessive. But it can be the most beautiful friendship if it is based on freedom."
ओपन मैरिज उसी विचार की आधुनिक व्याख्या है। इसमें कोई एक-दूसरे को 'possess' नहीं करता। प्यार, विश्वास और संवाद ही उसका आधार होता है।
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लॉकडाउन और ओपन मैरिज
COVID-19 के दौरान लोगों को एहसास हुआ कि रिश्ता केवल सेक्स पर आधारित नहीं है। जब महीनों साथ रहकर भी कोई जोड़ा संतुष्ट नहीं था, तब उन्होंने सोचना शुरू किया — क्या उन्हें और भी आज़ादी चाहिए? क्या पारंपरिक शादी का ढांचा उनके लिए काम नहीं कर रहा?
ये सीरीज किसी को उपदेश देने के लिए नहीं है। ये मेरी यात्रा है — उन कहानियों और अनुभवों की, जो मैंने देखे, महसूस किए और समझने की कोशिश की।
ओपन मैरिज न सही या गलत है — वो बस एक विकल्प है। एक रास्ता है, जिसमें कुछ लोग खुद को ज़्यादा सच्चा और आज़ाद महसूस करते हैं।
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