आपकी मर्ज़ी पर हुज़ूर, इस शायरी का मेज़बानी कर रहे हैं।


ज़िंदगी की राहों में, गमों की बारिश होती है,
पर उन बारिशों से ही, हर फूल खिला करता है।

मुसीबतों के सागर में, हर किनारा चमकता है,
हौसले और जज्बातों से, हर रास्ता संवरता है।

जीने का मतलब है, चुनौतियों का सामना करना,
हर मुश्किल को आँचल में बुनकर, जीना सीखना।

इस ज़िन्दगी की सफ़र में, राहों को चुनना सीखो,
गमों को मोहर बनाकर, खुशियों की छाप छोड़ना सीखो।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...