"Swingers – रिश्तों की अदला-बदली या समझ का विस्तार?"
एक फ़िल्मी दुनिया के भीतर से मेरी आंखों देखी कहानी।
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कहानी की शुरुआत – एक चमकदार पार्टी से
उस रात मैं जुहू के एक bungalow में हुए प्राइवेट after-party में गया था।
फिल्म की शूटिंग खत्म हुई थी और celebrate करने के लिए छोटा-सा gathering रखा गया था — सिर्फ़ ‘core crew’ के लिए।
वहाँ glam और gossip की वो दुनिया सामने थी, जिसे आम लोग केवल ख़बरों में पढ़ते हैं।
एक कपल मेरी नज़र में आया — नील और तान्या (नाम बदले गए हैं)।
तान्या एक costume designer थी, bold और intelligent।
नील एक AD था — charming, confident।
बातचीत के दौरान अचानक तान्या ने कहा:
> “We’re swingers. And it has actually brought us closer.”
मैं चौंका।
मेरा चेहरा पढ़कर नील मुस्कुरा पड़ा —
> “Relax bhai, हम किसी को ज़बरदस्ती नहीं खींचते।
ये बस एक space है, जहां couples अपनी physical desires को boundaries के साथ explore करते हैं।”
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Swinging का अर्थ क्या है?
Swinging या partner swapping का मतलब होता है
consensual तरीके से किसी committed relationship में रहते हुए
दूसरे कपल्स के साथ sexual relation बनाना।
ये सिर्फ़ sex नहीं होता —
इसमें emotional maturity, trust, jealousy management और ढेर सारी बातचीत शामिल होती है।
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फ़िल्म इंडस्ट्री में खुलापन आम है... लेकिन छिपा भी बहुत है
मुंबई में रहते हुए,
खासतौर पर फ़िल्म और creative इंडस्ट्री में काम करते हुए
मैंने कई ऐसे couples देखे, जो traditional marriage की सीमाओं को तोड़कर
sex को एक exploration की तरह देखते हैं।
बांद्रा, अंधेरी, लोखंडवाला जैसे इलाकों में अक्सर
whatsapp या telegram पर private swingers groups चलते हैं।
> हर पार्टी के अपने codes होते हैं —
“soft swap”
“full swap”
“only voyeur”
और consent हर चीज़ की बुनियाद होती है।
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नील-तान्या की कहानी – क्यों चुना swinging?
मैंने पूछा, “तुमने ये lifestyle क्यों चुना?”
तान्या ने कहा:
> “हम दोनों creative हैं। Bold हैं।
और सबसे बड़ी बात — possessive नहीं हैं।
जब हमने देखा कि हमारे desires अलग हैं,
हमने cheating के बजाय honesty को चुना।”
नील ने जोड़ा:
> “हमने पहली बार एक Goa trip में ट्राय किया था।
बहुत nerves थे, लेकिन after that— हम और भी connected feel करने लगे।”
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Jealousy vs Intimacy – क्या सच में दूरी नहीं आती?
मैंने पूछा —
> “लेकिन जब तुम अपनी बीवी को किसी और के साथ देखो तो…?”
नील ने गहरी सांस ली —
> “Jealousy आती है, हां। लेकिन हम post-session एक-दूसरे को hold करते हैं।
Communication ही bridge है इस lifestyle का।”
उनका अनुभव बताता है —
Swinging का मकसद केवल sex नहीं है,
बल्कि trust को test करना और boundaries को explore करना है।
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Osho का दृष्टिकोण – सेक्स के माध्यम से जागृति
> “Sex becomes sacred only when it is lived with full awareness.” — Osho
ओशो हमेशा इस बात पर ज़ोर देते हैं कि
Sex को suppress मत करो।
अगर तुम किसी partner के साथ हो और तुम्हारे भीतर कोई और desire जन्म लेती है,
तो उसे छिपाने के बजाय उसे ईमानदारी से partner के साथ share करो।
Swinging एक ऐसा ही model है —
जहाँ transparency, honesty, और mutual consent की रोशनी में
sex को celebration की तरह जिया जाता है।
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भारत में Swinging – बढ़ता चलन, मगर चुप्पी के साथ
India में ये trend खासकर metro cities — मुंबई, बंगलुरु, पुणे, दिल्ली में बढ़ रहा है।
Websites, private apps, swinger communities underground exist करती हैं।
लेकिन अधिकतर लोग इसे छिपाकर जीते हैं क्योंकि समाज अब भी इसे पाप, व्यभिचार, या marriage की बेइज़्ज़ती मानता है।
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मेरे अनुभव से – ये सबकुछ एक illusion नहीं है, ये बदलती हुई मानसिकता है
मैंने नील-तान्या जैसे कई couples देखे हैं।
कुछ गहराई से जुड़े हुए हैं, कुछ टूट भी जाते हैं।
क्योंकि swinging किसी weak relationship को strong नहीं बनाता —
बल्कि strong relationship को और भी सच के करीब ले आता है।
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आख़िर में... सवाल तुम्हारे लिए
> क्या sex केवल दो लोगों की चीज़ है?
या इंसान की इच्छाएं इतनी complex होती हैं कि वो boundaries के भीतर सड़ने लगती हैं?
Swinging हर किसी के लिए नहीं है,
लेकिन जिनके लिए है — उनके लिए ये एक discovery है, एक growth है, एक raw truth है।
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