डेडलाइन्स की जंजीर में बंधा रहे।
काम का बोझ बढ़ता जाता,
हौंसला मगर कम न हो पाता।
समय की सुई आगे बढ़े,
मन की उम्मीदें हर रोज चढ़े।
दिन-रात की मेहनत रंग लाए,
डेडलाइन्स की राह में न थक जाए।
अवसर के दीप जलाते रहो,
सपनों की उड़ान भरते रहो।
मुश्किलें आएं, हौंसले बढ़ाएं,
डेडलाइन्स की जंग हम जीत जाएं।
हर पल का मोल समझो,
हर क्षण को सहेजते रहो।
समय की कद्र करना सीखो,
डेडलाइन्स को पूरा करना मानो।