साहस और नेतृत्व

 

जो खड़े हों भीड़ से आगे,
निर्णय जिनका साहस लाए।
वही बनें हैं नेता सच्चे,
जो दूसरों को राह दिखाए।

गलतियाँ भी होतीं उनसे,
पर उनसे डर नहीं जाते।
सुधार के विश्वास से बढ़ते,
आगे कदम बढ़ाते जाते।

जो जोखिम लेकर चलते हैं,
दुनिया उनका आदर करती।
निर्णयों का जो मान रखें,
वो ही तो पहचान बनती।



आधी-अधूरी आरज़ू

मैं दिखती हूँ, तू देखता है, तेरी प्यास ही मेरे श्रृंगार की राह बनती है। मैं संवरती हूँ, तू तड़पता है, तेरी तृष्णा ही मेरी पहचान गढ़ती है। मै...