सब कुछ शुभ के लिए हो रहा है



डरो मत, जीवन की राहें उलझी हो सकती हैं,
पर हर मोड़ तुम्हारे भले के लिए है।
जो भी हो रहा है,
उसमें छिपा है एक गहरा उद्देश्य,
एक योजना जो तुम्हारी जीत के लिए बनी है।

कठिनाइयों का यह अंधेरा,
सिर्फ उजाले की पहचान करवाने आया है।
हर ठोकर, हर रुकावट,
तुम्हें और मजबूत बनाने के लिए है।

"सर्वं मंगलमंगल्यं, सर्वं श्रेयःकरं भवेत्।"
(सब कुछ मंगलमय है,
और सब कुछ कल्याणकारी ही होगा।)

तुम्हारा संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा।
यह वह आधार है,
जिस पर तुम्हारी सफलता खड़ी होगी।
और अंत में,
यह सब प्रशंसा में बदलेगा।

तुम्हारे हर आंसू का जवाब,
एक मुस्कान होगी।
तुम्हारी हर हार,
एक जीत में बदल जाएगी।
डरो मत,
जीवन तुम्हारे साथ है,
और अंत हमेशा प्रशंसा से भरा होगा।


लेखनी - जो स्वयं लिखती है

मुझे नहीं लिखना होता, शब्द अपने आप संवरते हैं। विचार नहीं बुनने पड़ते, भाव अपने आप उमड़ते हैं। जैसे गगन में बादल घुमड़ते, वैसे मन में अर्थ उ...