कल्पना करो, अनंत की ओर



कल्पना करो, जहां क्षितिज भी झुक जाए,
जहां सपने तुम्हारे सत्य बन जाएं।
जहां समय का हर कण तुम्हारा साथी हो,
और हर कदम तुम्हें मंज़िल तक ले जाए।

सपने देखो, बड़े-बड़े, विशाल,
छोटे ख्वाबों से नहीं होता कमाल।
पंखों को दो आकाश की पहचान,
रुकना नहीं है, बस बढ़ते रहना अभियान।

पसंद करो जो, उसे गले लगाओ,
हर मुश्किल राह पर भी मुस्कुराओ।
दिल की आवाज़ को चुप मत कराओ,
अपने जीवन को जुनून से सजाओ।

समय अमूल्य है, इसे व्यर्थ न गंवाओ,
अभी से शुरू करो, कल पर न टिकाओ।
बीते पल लौट कर नहीं आते,
जो कर सकते हो, उसे अभी निभाओ।

कठिनाई में भी मेहनत की लौ जलाओ,
हर असंभव को संभव बनाओ।
तुम्हारा हौसला तुम्हें नई दिशा देगा,
और हर सपना सच करने का तरीका देगा।

कल्पना करो, अनंत की ओर,
जीवन को बनाओ, सपनों का नज़ारा।
मत रुकना, मत थकना,
हर हार को जीत में बदलना तुम्हारा सहारा।


अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...