नया सवेरा


जब जीवन में आए नया सवेरा,
मैं सोचूं नई शुरुआत की डेरा।
कभी नहीं होता देर, नया आगाज़,
मैं अपनी किस्मत का करूँ फिर से साज़।

जब पुरानी बातें हो जाएं भूल,
मैं नए सपनों को दूँ जगह कुल।
हर पल हो सकता है नया सफर,
मैं अपने मन को करूँ फिर से तर।

जब राहें मुड़ें और रास्ते बदलें,
मैं अपनी हिम्मत को नई ऊंचाई दे डालूँ।
कभी नहीं होती देर, नया आरंभ,
मैं अपने जीवन को फिर से संभालूँ।

आधी-अधूरी आरज़ू

मैं दिखती हूँ, तू देखता है, तेरी प्यास ही मेरे श्रृंगार की राह बनती है। मैं संवरती हूँ, तू तड़पता है, तेरी तृष्णा ही मेरी पहचान गढ़ती है। मै...