अकेलेपन का वरदान



अकेलेपन में छुपा है एक राज,
जहां मिलती है मन को नई आवाज।
खुद को सुनने का मौका अनमोल,
यही तो है जीवन का असली मोल।

ना कोई शोर, ना भीड़ का भार,
बस मैं, मेरा मन, और विचार।
सन्नाटे में बसी जो ये शांति,
मुझमें जगाती नयी उमंग और क्रांति।

अकेलेपन का एहसास नहीं दुःखदायी,
यह तो है आत्मा की सच्ची परछाई।
अपने सपनों को सजाने का समय,
खुद को पहचानने का यही है नियम।

जहां खड़े हो, वहीं से करो शुरुआत,
मन की गहराई से बनाओ नई बात।
खुद से प्यार कर, खुद को अपनाओ,
अपनी मंजिल का दीप जलाओ।

अकेलापन नहीं है जीवन का अंत,
यह तो है नए सृजन का आरंभ।
खुद के साथ बिताओ ये पल,
यही तो बनाते हैं जीवन सफल।


मैं, ब्रह्मांड का अंश, ब्रह्मांड मुझमें

मैं, एक अणु, जो ब्रह्मांड में विचरता, ब्रह्मांड का अंश, जो मुझमें बसता। क्षितिज की गहराई में, तारे की चमक में, हर कण में, हर क्ष...