चोटों से उबरना – हर कदम में प्रगति



चोटें गहरी होती हैं, समय लगता है ठीक होने में,
लेकिन यह सफर छोटा नहीं, हर कदम है एक जीत।
इसका मतलब यह नहीं कि तुरंत सब ठीक होगा,
सच यह है कि हर कदम एक नया आरंभ होगा।

आज से शुरू करो, छोटे कदम उठाओ,
एक चीज़ को मना करना सीखो, खुद से प्यार जताओ।
इस सप्ताह बस एक बार "ना" कह दो,
देखो, यह तुम्हारा पहला कदम है, खुद को पाओ।

कभी किसी से अपने दिल की बात कहना,
अपने सच को बोलो, अपनी आवाज़ सुनाओ।
जो भी तुम्हारा सही साथी हो, उसे खोलकर बताओ,
तुम्हारे भीतर का डर, धीरे-धीरे छूटेगा, समझाओ।

जब तुम अपनी प्राथमिकताओं को चुनोगे,
अपनी ज़रूरतों को पहले रखोगे, खुश रहोगे।
छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी ढूंढो,
अपने भीतर के सच्चे प्यार को नज़रअंदाज़ मत करो।

हर कदम में प्रगति है, यह याद रखना,
साफ दिल से खुद को अपनाना और खुद को समझना।
धीरे-धीरे यह प्रक्रिया रंग लाएगी,
तुम्हारा आत्मविश्वास फिर से जगाएगी।

तो अब शुरू करो, खुद से प्यार करने का समय है,
हर कदम एक नई दिशा में बढ़ने का है।
"ना" कहने से शुरू करो, और अपनी आवाज़ सुनाओ,
तुम्हारा आत्म-सम्मान फिर से खिल जाएगा।


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