जीवन बुला रहा है, क्यों रुके हो अभी

जीवन बुला रहा है, क्यों रुके हो अभी,
हर पल को अपनाओ, यही सच्ची खुशी।
हँसी को न रोको, खिलखिलाकर मुस्काओ,
जो दिल में है बस वही सच मानो, गाओ।

कल का भरोसा किसे, आज ही जी लो,
खुशियों के इस सागर में डूब कर भीग लो।
जो बीत गया वो सपना, जो आएगा वो रहस्य,
सच तो बस यही पल है, इसे प्यार से समेट लो।

पलकों में जो सपने हैं, उनको सच कर दिखाओ,
दिल की गहराइयों से हर खुशी को अपनाओ।
रुकना मत, झिझकना मत, बस यूँ ही मुस्कुराते रहो,
जीवन के इस सफर को हर रंग से सजाते रहो।

हर सांस में जादू है, हर लम्हा एक उपहार,
खोलो अपने दिल को, स्वागत करो इस त्यौहार।
जीवन का ये संगीत है, इसे महसूस करो,
अभी के इस पल में तुम खुद को संजीव करो।

क्योंकि यही समय है, यही क्षण है सच्चा,
इसमें ही बसी है जीवन की मधुर मिठास, सच्चा।
तो जी लो इसे, न ठहरो, न सोचो जरा,
जीवन बुला रहा है, आओ इसे भरपूर जी लो खरा।


जीवन पुकार रहा है हमें

जीवन का हर क्षण अनमोल है,
वक़्त की धारा में बहता एक अमूल्य तोहफ़ा है।
क्यों रुकें, क्यों थमें हम इस पल में?
जीवन पुकार रहा है हमें,
हर क्षण को पूरी तरह जी लेने के लिए।

आज का आनंद क्यों कल पे टालें?
क्यों हँसी को दबाए, क्यों दिल में छुपा लें?
वो हँसी जो होठों पर खिलने को बेकरार है,
वो ख़ुशी जो दिल में बहार है।

पलकों में जो सपने सजाए हैं,
हर ख़्वाब में जो उड़ान लगाए हैं।
उन ख्वाबों को सच कर, उन्हें जिएं खुलकर,
क्योंकि ज़िन्दगी बस इंतजार में है,
हमें अपनी बाहों में भरने को।

हर दिन एक नई कहानी है,
हर सुबह में छुपी नई रवानी है।
क्यों वक़्त को थामे, क्यों कदमों को रोके?
जीवन की यह सुंदर यात्रा,
तैयार है हमें गले लगाने को।

तो चलो, उन ख्वाबों को जी लें,
उन हँसी-मजाक को हवा में बिखेर दें।
अपने दिल की आवाज़ सुनें,
हर पल को दिल से चुनें।

क्योंकि कल का कोई भरोसा नहीं,
आज ही है जीने की असली घड़ी।
हर पल को बांध लें,
खुद को इस वक़्त से जोड़ लें।


अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...