त्याग की थी तपस्या मैंने, करियर की राह में,
फिर भी वो मंज़िल ना मिली, जो हक़दार था मैं।
मेहनत की थी दिन-रात, सपनों को सजाने में,
पर वो फल ना मिला, जो उम्मीदों में बसा था।
जीवन की इस कशमकश में, बस एक सीख मिली है,
तपस्या की राह में, सच्चाई की पहचान जरूरी है।