तपस्या की राह में,

त्याग की थी तपस्या मैंने, करियर की राह में,
फिर भी वो मंज़िल ना मिली, जो हक़दार था मैं।

मेहनत की थी दिन-रात, सपनों को सजाने में,
पर वो फल ना मिला, जो उम्मीदों में बसा था।

जीवन की इस कशमकश में, बस एक सीख मिली है,
तपस्या की राह में, सच्चाई की पहचान जरूरी है।

श्वासों के बीच का मौन

श्वासों के बीच जो मौन है, वहीं छिपा ब्रह्माण्ड का गान है। सांसों के भीतर, शून्य में, आत्मा को मिलता ज्ञान है। अनाहत ध्वनि, जो सुनता है मन, व...