जिन्दगी बदल गई है
फिर भी उसी मोड़ पर खडा हूं मैं
सब कुछ बदल गया है
फिर भी उसी को मांग रहा हूं मैं
वो भी बदल गई है
फिर भी बदल नही रहा हूं मैं ।
जिन्दगी बदल गई है
फिर भी उसी मोड़ पर खडा हूं मैं
सब कुछ बदल गया है
फिर भी उसी को मांग रहा हूं मैं
वो भी बदल गई है
फिर भी बदल नही रहा हूं मैं ।
क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...