चलो नई दुनिया में, बढ़ते कदमों से,

चलो नई दुनिया में, बढ़ते कदमों से,
नया करते हुए, सपनों के उत्साह से।

धरती को सजाते, नवीनतम रंगों से,
सूरज की किरणों से, आँखों को भरते सपनों से।

कायाकल्प में हैं, हमारे सपने छुपे,
नया कुछ करते हैं, उन्हें बचाते।

सृजनात्मकता के सफर में हैं, हम जुटे,
नई दुनिया की ओर, हम बढ़ते।

रुका नहीं कभी, नए सपनों के साथ,
चलो नई दुनिया में, खो जाते इन राहों में हम साथ।

श्वासों के बीच का मौन

श्वासों के बीच जो मौन है, वहीं छिपा ब्रह्माण्ड का गान है। सांसों के भीतर, शून्य में, आत्मा को मिलता ज्ञान है। अनाहत ध्वनि, जो सुनता है मन, व...