ख़ुद को प्राथमिकता दो


तुम हो अपनी ज़िंदगी की सबसे बड़ी प्राथमिकता,
किसी को ये कहने का हक नहीं, तुमसे और तुम्हारी ताकत से कम हो।

अगर तुम खुद को सुधारोगे,
तो दुनिया में सबसे आगे रहोगे, और सब तुम्हारी राह पर चलेंगे।

अपने अंदर की ताकत को पहचानो,
जो तुमसे तुमसे पहले कभी नहीं देखा, वही दिखाओ।

सिर्फ़ दूसरों को नहीं, खुद को भी रास्ता दिखाओ,
क्योंकि जब तुम सही होते हो, तो तुमसे बड़ा कोई नहीं होता।

ख़ुद को सुधारो, और दुनिया तुम्हारे कदमों में होगी,
तुम हो अपनी ज़िंदगी के सबसे बड़े नायक, यही सच्चाई है।


"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...