"Sharir ka Raaz – Ek Antardwandh"

1. Jawani ka Sankalp (Hormonal surge aur umar ka taana-baana)
_
जब हृदय में अजीब सी हलचल हो,
और नसों में आग सी बह चली हो,
ना छुआ किसी ने फिर भी भीतर,
एक स्पर्श की तृषा क्यों जल चली हो?

ये जवानी की राहें हैं साथी,
जहाँ देह भी स्वप्न संजोता है।
नवयुवक का मन अक्सर यहाँ,
हर छाया में रूप खोजना चाहता है।


---