साहस और विवेक




साहस बिना विवेक का,
है बस बेवजह का कदम।
विवेक ही देता है दिशा,
कभी भी वह नहीं होता कम।

कभी संकोच भी ताकत है,
जब संयम और सटीकता हो साथ।
वो समय की सटीकता ही है,
जो सबसे बड़े साहस को कर दे मात।




श्रेष्ठ पुरुष के प्रतीक

एक शरीर जो ताजगी और ताकत से भरा हो, स्वस्थ आदतें, जो उसे दिन-ब-दिन नया रूप दें। ज्ञान की राह पर जो चलता हो, पढ़ाई में समृद्ध, हर किताब में न...