सफ़र: जीवन का अनन्त रास्ता


सफ़र है जीवन का, कभी थमता नहीं,
हर मोड़ पे कुछ नया, कभी रुकता नहीं।
कभी दूरी हो दूर, कभी पास हो रास्ता,
मंज़िल की ओर बढ़े, मगर रुकता नहीं।

हर कदम पे कुछ सिख, हर पल में एक नज़ारा,
सफर का आनंद, है सबसे प्यारा।
राहों में कांटे हो, या हो फूलों की बारी,
जीवन का सफ़र, है अनमोल हमारी।

वक्त की लहरें बदलें, सब कुछ पल भर में,
फिर भी सफ़र का सिलसिला चलता रहे।
हर चुनौती से हम सीखते जाएं,
नई मंज़िलों को पा कर हम बढ़ते जाएं।

सफ़र का कोई अंत नहीं, यह है जीवन का सार,
हर मोड़ पर नयी शुरुआत, यह है हमारी खोज का प्यार।
मंज़िल मिल जाए, तो सफ़र फिर से शुरू हो,
जिंदगी की राह में कुछ नहीं रुकता, हमेशा चलता हो।

सफ़र है जीवन का, एक अनन्त कहानी,
जिसे हर दिन जीना, है हमारी इच्छानी।
रुकें नहीं, चलते रहें इस रास्ते पर,
क्योंकि सफ़र ही है, जीवन का सबसे सुंदर सफ़र।


खुद से प्यार और दुनिया से जुड़ाव



खुद से प्यार करना, पहला कदम है,
जहाँ आत्मसम्मान का दीप जलता है।
पर यह सफर वहीं रुकता नहीं,
दुनिया के लिए भी कुछ करना ज़रूरी है सही।

तुम्हारी कीमत है, यह मत भूलो,
हर सपने को जीने का हौसला बुलाओ।
पर इस धरती की भी अपनी कहानी है,
जहाँ हर जीव, हर पेड़, तुम्हारी जवानी है।

अपने दिल को समझाओ, अपनी ताकत को पहचानो,
पर साथ ही इस दुनिया के लिए अपना हिस्सा निभाओ।
तुम्हारी मुस्कान, किसी का दिन बना सकती है,
तुम्हारी मेहनत, दुनिया को बदल सकती है।

यह धरती महान है, और तुम भी अद्भुत हो,
खुद से प्यार करो, और अपने कर्मों से जगत को समर्पित करो।
क्योंकि सच्चा सुख वहीं मिलता है,
जहाँ आत्मा और जगत एक साथ खिलता है।


मेरा मध्‍य बिंदु

जब नींद अभी आई नहीं, जागरण विदा हुआ, उस क्षण में मैंने स्वयं को महसूस किया। न सोया था, न जागा था मैं, बस उस मध्‍य बिंदु पर ठहरा था मैं। तन श...