सफ़र: जीवन का अनन्त रास्ता


सफ़र है जीवन का, कभी थमता नहीं,
हर मोड़ पे कुछ नया, कभी रुकता नहीं।
कभी दूरी हो दूर, कभी पास हो रास्ता,
मंज़िल की ओर बढ़े, मगर रुकता नहीं।

हर कदम पे कुछ सिख, हर पल में एक नज़ारा,
सफर का आनंद, है सबसे प्यारा।
राहों में कांटे हो, या हो फूलों की बारी,
जीवन का सफ़र, है अनमोल हमारी।

वक्त की लहरें बदलें, सब कुछ पल भर में,
फिर भी सफ़र का सिलसिला चलता रहे।
हर चुनौती से हम सीखते जाएं,
नई मंज़िलों को पा कर हम बढ़ते जाएं।

सफ़र का कोई अंत नहीं, यह है जीवन का सार,
हर मोड़ पर नयी शुरुआत, यह है हमारी खोज का प्यार।
मंज़िल मिल जाए, तो सफ़र फिर से शुरू हो,
जिंदगी की राह में कुछ नहीं रुकता, हमेशा चलता हो।

सफ़र है जीवन का, एक अनन्त कहानी,
जिसे हर दिन जीना, है हमारी इच्छानी।
रुकें नहीं, चलते रहें इस रास्ते पर,
क्योंकि सफ़र ही है, जीवन का सबसे सुंदर सफ़र।


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