**यह पल भी गुज़र जाएगा**

### हिंदी में कविता

**यह पल भी गुज़र जाएगा**

यह पल भी गुज़र जाएगा, जैसे हल्की सी हवा,
और फिर आएगा अगला पल, अपनी ही सदा।
हम दौड़ते हैं अगले की ओर, निरंतर यही खेल,
मुद्दों को हल करने की चाहत, हर दिन एक नया मेल।

पर रुक जा, मेरे दोस्त, इस दीवानगी में,
बस जीने का समय लो, अब और यहीं।
वर्तमान में सांस लो, इसकी गहराई में,
खुद की कदर करो, खुद की सच्चाई में।

शांति पाओ इस ठहराव में, चिंताओं को छोड़ दो,
इस पल में जीवन का आनंद लो, खुद को मुक्त करो।
क्योंकि जीवन केवल कामों की श्रृंखला नहीं है,
बल्कि उन पलों का मोल है, जहाँ प्यार की परछाई है।


अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...