अपनी ऊर्जा की सुरक्षा करना यह भी मतलब है कि आप उन सभी तरीकों को छोड़ें जिनसे आप अपने वाइब को हानि पहुंचाते हैं। खुद के सबोटेज को छोड़ें।
### सेल्फ-सबोटेज से मुक्ति
**1. अधिक सोचना:** अधिक सोचना हमें चिंतित और अस्थिर बना देता है। इसके बजाय, हमें अधिक शांति और स्थिरता की दिशा में अग्रसर होना चाहिए।
**2. अधिक प्रतिबद्धता:** अधिक प्रतिबद्धता हमें अत्यधिक तनाव में डाल सकती है और हमारी ऊर्जा को खपत कर सकती है। हमें वही प्रतिबद्धता लेनी चाहिए जो हम संभावित रूप से पूरी कर सकें।
**3. अधिक काम:** अधिक काम करने से हम थक जाते हैं और हमारी ऊर्जा की खपत होती है। हमें वही काम करना चाहिए जो हमें आनंद और संतुष्टि देता है।
**4. अधिक समझाना:** अधिक समझाना हमें असमयित और अवांछित जनरेट कर सकता है। हमें सरलता और स्पष्टता में अधिक ध्यान देना चाहिए।
### सरलता से अत्यधिक प्रभाव
सरलता से अधिक बातचीत, काम, और समझाना हमें अधिक खपत करता है। हमें वही गतिविधियाँ करनी चाहिए जो हमें खुशी और संतुष्टि देती हैं।
**श्लोक:**
"संग्रामे विजयश्यामः।"
(भगवद्गीता 2.47)
अर्थात: हम संघर्ष में विजयी होंगे।
### निष्कर्ष
आपकी ऊर्जा को सुरक्षित रखने का मतलब है कि आप खुद को स्वचालित पैटर्नों से मुक्त करें और सरलता के माध्यम से अधिक प्रभावी और संतुष्ट जीवन जीने का प्रयास करें। इससे आपकी ऊर्जा बढ़ेगी और आप अपने जीवन को अधिक समृद्ध और खुशहाल बना सकेंगे।