पहाड़ों का सफर

पहाड़ों की चोटियों पर दोस्ती का संगम,
पागलपन की लहरें, सफर की राह।
नदियों के साथ नहाने का सुख,
बाइक पर घूमने का मनोरंजन, हर राह में अलग मिठास।

शराब के नशे में खोकर मत रहना,
जिंदगी की सच्चाई को भूल जाना।
दोस्ती का सफर, प्यार का एहसास,
साथ रहे हर लम्हा, यही है खास।

हर रोज़ नया अवसर, हर पल नया जीना,
पहाड़ों की ऊँचाइयों में खोकर,
नदियों के गहराईयों में बहकर,
जीवन का सफर साझा करते हुए,
खुशियों की बहारें मनाते हुए।

पहाड़ों में दोस्ती, नदियों में खोज,
बाइक पर घूमने का अनुभव, जीने का सच।
शराब के नशे में नहीं, बल्कि जीवन की मस्ती में,
संग रहें हर वक्त, खुशियों के साथ, यही है वास्तविक आनंद।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...