चलो नई दुनिया में, कुछ नया करें,सपनों को पंखों पर उड़ान भरें।

चलो नई दुनिया में, कुछ नया करें,
सपनों को पंखों पर उड़ान भरें।
बड़े सपनों की, धूल उड़ा दें,
अपनी मंजिल को, हर हाल में पा लें।

नई दुनिया में, नए ख्वाब बुनें,
हर मुश्किल को, साहस से जीतें।
उच्चताओं को छूने, कभी ना डरें,
अपने अंदर की ताकत, हमेशा बरकरार रखें।

चलो नई दुनिया में, बड़ा करें कुछ,
सीमाओं को पार कर, सपनों का सफर करें।
अनजाने से दरिया में, कूद जाएं,
नई उड़ान भरकर, अपने आप को पहचानें।

चलो नई दुनिया में, रंग भरें आज,
नये रास्ते चुनकर, खुद को बदलें आज।
बड़े सपनों को, हमेशा साथ लेकर,
नई दुनिया में, हम बनें स्वप्नकार।

आधी-अधूरी आरज़ू

मैं दिखती हूँ, तू देखता है, तेरी प्यास ही मेरे श्रृंगार की राह बनती है। मैं संवरती हूँ, तू तड़पता है, तेरी तृष्णा ही मेरी पहचान गढ़ती है। मै...