"यह हवा क्यों चल रही है,
क्या उसमें कोई राज है।
धीरे-धीरे बता दे तू,
क्या मैं हूँ तेरा अब भी साथ हूँ।।
चलती है हवा, बस कहीं तक,
खो गया हूँ खुद से, अब रास्ते में।
क्या वो तेरा ही साया है,
या मेरी धड़कन की सदा है।।
रोशनी है, और हैं अंधेरे,
क्या तू मेरी जिंदगी का सहारा है।
या फिर सपनों का एक ख्वाब है,
जो टूट जाएगा, जैसे ही सुबह है।।
यह हवा क्यों चल रही है,
क्या उसमें कोई राज है।
धीरे-धीरे बता दे तू,
क्या मैं हूँ तेरा अब भी साथ हूँ।।"