बड़ी शायरी


ज़िन्दगी की राहों में, गम का साथ चलता है,
पर उस गम को पार कर, नई ख़ुशियों की खोज में चलता है।

हर सुबह नई उम्मीदों के साथ आती है,
हर रात के बाद, नयी राहतों की राह ख़ूबसूरती से बनती है।

चलो आगे बढ़ें, साथ मिलकर सपनों को पाने की राह पर,
गम के हाथों में, नई ख़ुशियों का हाथ पकड़कर साथ चलते हैं हम।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...