मत बनाओ मेहनत को पूजा का मन्त्र,
जहां हर सांस बस थकावट का तंत्र।
जीवन न सिर्फ दौड़ है, न केवल जंग,
यह है समझदारी का संतुलित रंग।
जिन्हें पता है कैसे समय को साधना,
और सिस्टम से अपने काम को बांधना।
वे ही होते हैं असली विजेता,
जो मेहनत से पहले सोच को देते बढ़त।
पसीने में खो जाना कोई सफलता नहीं,
थकावट में डूब जाना कोई बल नहीं।
सफल वही, जो योजना से चले,
अपने साधनों को चतुराई से संभाले।
हर जीत न दौड़ कर पाई जाती है,
कभी-कभी स्थिरता ही विजय दिलाती है।
जो सिस्टम बनाकर अपनी राह सजाते,
वही बिना जले, ऊंचाई तक जाते।
ग्राइंड को न बनाओ अपनी पहचान,
यह जीवन की ऊर्जा को करता है क्षीण।
स्मार्ट काम करो, न केवल कठिन,
ताकि हर कदम बने एक मजबूत भवन।
समझो लीवरेज का अनोखा खेल,
जहां कम मेहनत में मिलता है बेहतर मेल।
समय, तकनीक और ज्ञान का संग,
यही बनाता है भविष्य का रंग।
तो मत जलाओ खुद को हर नई जीत में,
शांति से बढ़ो अपनी समझ की रीत में।
महानता उसी की होगी अंत में,
जो बुद्धिमत्ता से चलता है संतुलन में।