Saturday 18 July 2015

कभी तो तलाश ये पूरी होगी



दिन वो दूर नही जब हम साथ होगे
तेरी चाह में भटक रहे हैं हम
कभी तो हमारे रास्ते एक होगे
कभी तो तलाश ये पूरी होगी |


दिल में तमनाओँ का दौर चल रहा है
कभी पूरा तो कभी अधूरा सा दिख रहा है 
कभी तो हमारे ख्वाब पूरे  होंगे
कभी तो तलाश ये पूरी होगी |


एक रौशनी की किरण दिखाई देती है 
जाने क्यों पास वो कभी आ नही पाती है 
कभी तो हमारे दिल लौ से गुलजार होंगे
कभी तो तलाश ये पूरी होगी |

 
प्यासे मुख में बस तीस ही बची है
दो बुँदे पानी की बरसती भी नही
कभी तो आँगन हमारे गीले होंगे
कभी तो तलाश ये पूरी होगी |  

दीप जले तो जीवन खिले

अँधेरे में जब उम्मीदें मर जाएं, दुखों का पहाड़ जब मन को दबाए, तब एक दीप जले, जीवन में उजाला लाए, आशा की किरण जगमगाए। दीप जले तो जीवन खिले, खु...