सफर में हूं, बस सफर में, निरंतर चलते जाते हुए,

डीप से डीप्ति का मिलन, फिल्मी सिनेमा का पहला संगम,
दिल लागे ना, उसे जगमगाता दीपक का ज्योति संगम।

जीवन की नई रोशनी में, उमंगों की बारिश है शुरू,
थोड़ी जलन, थोड़ी खुशी, दोस्ती का रंग नया चढ़ा है दिल में धीरू।

शायद कुछ हुआ है, जज़्बातों में, जीवन की लड़ाई में,
दोस्ती का साथ, और थोड़ा सा दिल का बचपन जीता है बिना हार के रहने में।

यमुनानगर से दिल्ली, एक नया सफर, एक नया अनुभव,
खोजता हूं मैं, कुछ नया, कुछ अद्वितीय, जीने की राह में।

सफर में हूं, बस सफर में, निरंतर चलते जाते हुए,
जीवन की बड़ी राहों में, अपनी बड़ी कहानी बुनते हुए।

The Profound Benefits of Anulom Vilom Pranayama: A Journey to Inner Peace and Health

Anulom Vilom Pranayama, also known as alternate nostril breathing, is a powerful breathing practice from ancient yogic traditions. It involv...