विफलता की जलन



कल्पना करो, अगर विफलता को हम जानते,
सफलता पाने के लिए वही जलन चाहिए होती है।
जैसे व्यायाम में जलन से मांसपेशियां बनती हैं,
वैसे ही विफलता से आत्मविश्वास का निर्माण होता है।

क्या होगा अगर हम विफलता को समझ पाते,
कि यह भी एक कदम है, जो हमें ऊपर उठाता है?
सच में, विफलता से डरना नहीं, उसे अपनाना है,
यह हमारी असली ताकत का अहसास कराता है।

हर बार गिरकर उठना, यही है सचाई,
यह वही जलन है जो हमें बनाती है सच्चे इंसान।
अगर हम विफलताओं को अंगीकार करें,
तो क्या यह हमारी सफलता की ओर बढ़ने में मदद नहीं करेगा?

विफलता को न समझो बोझ, बल्कि यह एक अभ्यास है,
जो हमें मजबूत बनाता है, जैसे हर कसरत का असर।
इसमें कोई शंका नहीं, यह हमारी यात्रा का हिस्सा है,
क्योंकि वही जलन ही हमें सच्ची सफलता दिलाती है।


"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...