खोज

**खोज**

चलते चलते, नयी दिशा की खोज में,
मन की गहराइयों में, उस अनजान राह में।

छोटी-छोटी सपनों की बुनियादों से,
बड़ी-बड़ी आशाओं का निर्माण करते हुए।

गलतियों की चालों से सीखते हुए,
सही कदमों की ओर अग्रसर होते हुए।

हिंदी की मिठास और इंग्लिश की गहराई,
भाषाओं की खोज में, नई पहचान बनाते हुए।

हीरे से कोयला और कोयले से हीरा,
अनमोल बानों की खोज में खोये जाते हुए।

अपने आप को ढूंढते हुए, अपनी पहचान में,
सच्चाई की राह में, अग्रसर होते हुए।

जाने में ही रहते हुए, बस में ही रहते हुए,
अपने सपनों को पूरा करते हुए, हर कदम पर।

दिल की आरजू में, जगते हुए रोशनी,
नई दिशा की ओर बढ़ते हुए, अग्रसर होते हुए।

यही जीवन की खोज है, यही सफर है,
नई दिशाओं की ओर, अग्रसर होते हुए।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...