शांति का चुनाव



बुराई से बुराई का जवाब न दो,
उस अंधेरे में खुद को खोने न दो।
तलवार से तलवार टकराने से,
घाव दोनों तरफ ही गहरे होते हैं।

जो बुरा करे, उसे खुद पर न हावी होने दो,
अपनी शांति को सबसे ऊपर मानो।
लड़ाई से नहीं, दूर रहकर,
तुम अपनी आत्मा को सुकून पहुंचाओ।

प्रतिशोध के जाल में मत फंसो,
हर जवाब में प्रेम और शांति रखो।
उसकी बुराई का सबसे सही उत्तर है,
उससे दूर होकर अपना मार्ग चुनना।

अपनी ऊर्जा को संभालो,
अपने मन को शांत रखो।
बुराई का जवाब बुराई से नहीं,
शांति से दूरी बनाकर दो।

क्योंकि जीवन का असली सार यही है,
जहाँ शांति में ही सच्ची विजय है।


श्रेष्ठ पुरुष के प्रतीक

एक शरीर जो ताजगी और ताकत से भरा हो, स्वस्थ आदतें, जो उसे दिन-ब-दिन नया रूप दें। ज्ञान की राह पर जो चलता हो, पढ़ाई में समृद्ध, हर किताब में न...