जिन्दगी बदल गई है
फिर भी उसी मोड़ पर खडा हूं मैं
सब कुछ बदल गया है
फिर भी उसी को मांग रहा हूं मैं
वो भी बदल गई है
फिर भी बदल नही रहा हूं मैं ।
जिन्दगी बदल गई है
फिर भी उसी मोड़ पर खडा हूं मैं
सब कुछ बदल गया है
फिर भी उसी को मांग रहा हूं मैं
वो भी बदल गई है
फिर भी बदल नही रहा हूं मैं ।
प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...
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