वक़्त की धारा में बहता एक अमूल्य तोहफ़ा है।
क्यों रुकें, क्यों थमें हम इस पल में?
जीवन पुकार रहा है हमें,
हर क्षण को पूरी तरह जी लेने के लिए।
आज का आनंद क्यों कल पे टालें?
क्यों हँसी को दबाए, क्यों दिल में छुपा लें?
वो हँसी जो होठों पर खिलने को बेकरार है,
वो ख़ुशी जो दिल में बहार है।
पलकों में जो सपने सजाए हैं,
हर ख़्वाब में जो उड़ान लगाए हैं।
उन ख्वाबों को सच कर, उन्हें जिएं खुलकर,
क्योंकि ज़िन्दगी बस इंतजार में है,
हमें अपनी बाहों में भरने को।
हर दिन एक नई कहानी है,
हर सुबह में छुपी नई रवानी है।
क्यों वक़्त को थामे, क्यों कदमों को रोके?
जीवन की यह सुंदर यात्रा,
तैयार है हमें गले लगाने को।
तो चलो, उन ख्वाबों को जी लें,
उन हँसी-मजाक को हवा में बिखेर दें।
अपने दिल की आवाज़ सुनें,
हर पल को दिल से चुनें।
क्योंकि कल का कोई भरोसा नहीं,
आज ही है जीने की असली घड़ी।
हर पल को बांध लें,
खुद को इस वक़्त से जोड़ लें।
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