सामान्य होना किसी भी व्यक्ति की सफलता का मानदंड नहीं हो सकता। यह जानना और स्वीकार करना कि आप कभी भी सामान्य नहीं होंगे, एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सशक्त कदम है। क्योंकि आप साधारण जीवन जीने के लिए नहीं, बल्कि कुछ असाधारण करने के लिए पैदा हुए हैं। आप मानव चेतना में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए, एक उच्च उद्देश्य के लिए यहां हैं।
### उच्च उद्देश्य की ओर
जब हम यह समझ जाते हैं कि हमारे जीवन का उद्देश्य सामान्य दायरे से परे है, तो हमारा दृष्टिकोण भी बदल जाता है। सामान्य से हटकर कुछ करना एक चुनौतीपूर्ण यात्रा हो सकती है, परंतु यह यात्रा हमारी आत्मा को पहचानने और उसे साकार करने की है। यह हमारे जीवन को एक नई दिशा देती है, जहां हम खुद को समझने और अपने अंदर छिपे अनंत संभावनाओं को पहचानने का प्रयास करते हैं।
### असामान्यता का स्वीकार
बहुत से लोग इस प्रयास में लगे रहते हैं कि वे समाज के मापदंडों में फिट हो सकें। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर कोई उन्हीं मापदंडों में फिट हो। आपकी अनूठी विशेषताएं और असामान्यता ही आपको सबसे अलग बनाती हैं। यह स्वीकार करना कि आप सामान्य नहीं हैं, आपके आत्म-सम्मान और आत्म-स्वीकृति के लिए महत्वपूर्ण है।
**श्लोक:**
"उद्धरेदात्मनाऽऽत्मानं नात्मानमवसादयेत्।
आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः॥"
(श्रीमद्भगवद्गीता ६.५)
अर्थात: व्यक्ति को स्वयं के द्वारा ही अपनी आत्मा को ऊपर उठाना चाहिए, और स्वयं को ही अधोगति में नहीं डालना चाहिए। आत्मा ही व्यक्ति का मित्र है और आत्मा ही व्यक्ति का शत्रु है।
### आत्म-प्राप्ति की यात्रा
यह यात्रा आसान नहीं होती। इसमें कई कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ आती हैं। लेकिन यह यात्रा आत्म-प्राप्ति की होती है। यह हमें अपने सच्चे स्वरूप को पहचानने और अपने उद्देश्य को समझने का मौका देती है। यह हमें उन सीमाओं को पार करने में मदद करती है जो हमारे समाज ने हमारे सामने रखी होती हैं।
### फिट होना जरूरी नहीं
फिट होना जरूरी नहीं है। समाज के द्वारा बनाए गए साँचे में खुद को ढालने का प्रयास अक्सर हमें हमारी असली पहचान से दूर कर देता है। अपने आप को असामान्य मानना और इस असामान्यता को गले लगाना, हमारे विकास और हमारे उद्देश्य की पूर्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है।
### उदाहरण: स्टीव जॉब्स
स्टीव जॉब्स का जीवन इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी असामान्यता को अपनाकर असाधारण सफलता प्राप्त कर सकता है। जॉब्स ने कभी भी समाज के मापदंडों में फिट होने की कोशिश नहीं की। उनकी सोच और दृष्टिकोण हमेशा अलग थे, और उन्होंने अपनी अनूठी दृष्टि को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किया। उनके असाधारण दृष्टिकोण ने ही उन्हें एप्पल कंपनी का सह-संस्थापक बनाया और तकनीकी दुनिया में क्रांति लाई।
### निष्कर्ष
आपकी असामान्यता आपकी सबसे बड़ी ताकत है। इसे अपनाएं, क्योंकि यही वह कुंजी है जो आपको आपकी वास्तविकता की ओर ले जाएगी। आपके पास मानव चेतना में बदलाव लाने और एक उच्च उद्देश्य को पूरा करने की शक्ति है। इस अनूठी यात्रा को समझें और इसे पूरे मन से अपनाएं, क्योंकि फिट होना जरूरी नहीं, बल्कि अपने असाधारण उद्देश्य को पूरा करना ही आपका वास्तविक लक्ष्य है।
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