बारिश की बूंदें

यह अद्भुत है कि बारिश की एक ही धारा कभी मीठी, कभी खतरनाक, और कभी रोमांटिक हो सकती है। आपके अनुभव को ध्यान में रखते हुए, यहाँ एक हिंदी कविता है जो बारिश के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है:

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बारिश की बूंदें जब गिरती हैं,  
पर्वतों पर नाचतीं,  
सागर की लहरों में मिलकर,  
एक नई धुन छेड़तीं।

कभी मीठी फुहार बनकर,  
बचपन की यादें लाती,  
कभी तूफान बनकर,  
सब कुछ बहा ले जाती।

रोमांटिक पलों में,  
दो दिलों को जोड़तीं,  
फिर कहीं बाढ़ में,  
ज़िंदगी को मोड़तीं।

ये बारिश की बूंदें,  
जिनमें हर रंग समाया,  
कभी सुहानी चांदनी रात,  
कभी तूफानी घटा।

पर्वतों से लेकर सागर तक,  
मैंने हर बारिश देखी,  
उसकी अनगिनत कहानियाँ,  
अब मन में लिखी।

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इस कविता में बारिश के विभिन्न अनुभवों और भावनाओं को संजोया गया है। आशा है आपको यह पसंद आएगी!

**बरसात की बातें**



बरसात की बूंदें, अमृत-सी मीठी,  
कभी वो आशीर्वाद, कभी वो विपत्ति।

पहाड़ों पे बर्फ़, आसमान से गिरती,  
हरी-भरी वादियाँ, मानो स्वर्ग उतरती।

सागर के किनारे, लहरों के संग नृत्य,  
अल्हड़ हवा के संग, ये प्रेम का काव्य।

कभी बनती है ये, खेतों की रक्षक,  
कभी बन जाती है, बाढ़ की जलधारा।

मस्त मलंग मन, भीगता रोमांस में,  
आशाओं की बौछार, सपनों की बंसी।

बरसात के ये रंग, कितने अनोखे,  
कभी मीठी मिठास, कभी प्रकृति का कोप।

कभी प्रेम की रात, कभी डर की रात,  
फिर भी प्यारी लगे, ये बारिश की सौगात। 

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बारिश की बूँदों में छिपी है हर रंग की कहानी,



बारिश की बूँदों में छिपी है हर रंग की कहानी,  
कभी मधुर संगीत, कभी बाढ़ की निशानी।  
पहाड़ों पर गिरती है तो बिखेरती है चाँदी,  
समुद्र की लहरों में घुलकर, बुनती है एक फांदी।  

मोहब्बत की रातों में ये बनती है साथी,  
दो दिलों की बातें, झूमती है बूँदें जैसे ताली।  
विरह की तन्हाई में ये आंसू बनकर बहती,  
यादों के गलियारों में, बस चुपचाप रह जाती।  

बाढ़ बनकर जब आई, तो धारा बहा ले जाती,  
विनाश की लहरों में सब कुछ बिखर जाता।  
फिर भी, उस बूंद में है जीवन का उपहार,  
धरती को तृप्त कर, हरियाली से सजा डाले प्यार।  

बारिश का ये जादू, हर किसी को मोह लेता,  
कभी ख्वाबों में खो जाता, कभी हकीकत से जूझता।  
ये जीवन का सुकून है, और विपदा का दर्द,  
बारिश की बूँदों में छिपी है हर रंग की कहानी, प्यारी और सख्त।

बारिश की मिठास और रसिकता


बरसात का मौसम लाया, मीठी-मीठी फुहार,  
कभी ये मोहे मन को, कभी करे तकरार।  

पर्वतों पर जब गिरी, मनो सजीले गीत,  
समुद्र की लहरों संग, मिले अनगिनत मीत।  
कभी ये खतरा बनती, बह जाएँ नगर और गाँव,  
सावधान रहना चाहिए, प्रकृति का ये भाव।  

कभी चाय की चुस्की में, कभी भीगी सड़कों पर,  
ये रोमांटिक लम्हे दे, छुपे किसी छतरी के अंदर।  
बारिश की बूंदों में, जीवन की अनगिनत तस्वीर,  
मीठी भी है, खतरनाक भी, ये बारिश की तक़दीर।  


बारिश का अनूठा रूप

बारिश का अनूठा रूप,
कभी मीठी, कभी खतरनाक, कभी रोमांटिक।
पर्वतों पर गिरती धारा,
समुद्र की लहरों में उफान भरती।

भीगे बादलों की गोद में,
धरती हरी चूनर ओढ़े।
कभी अमृत की बूंदें बरसती,
कभी बाढ़ का कहर लाती।

पर्वतों की चोटियों पर,
ओस की बूंदों का नृत्य।
समुद्र की गोद में मिलकर,
लहरों का संगीत बहता।

मीठी फुहारों में भीगे रास्ते,
मन की गहराइयों में छा जाती।
प्यार का संदेशा लेकर आती,
प्रकृति का नृत्य, जीवन का रंग।

लेकिन कभी-कभी ये बारिश,
कहानी बन जाती त्रासदी की।
बाढ़ के रूप में उग्र होती,
नदियों के किनारे उजड़ जाते।

बारिश का ये अनूठा रूप,
जीवन की विविधता का प्रतीक।
कभी रोमांटिक, कभी खतरनाक,
प्रकृति का यह अद्वितीय संगीत।

बारिश के रंग अनेक

बारिश के रंग अनेक, जो मिठास से भर दें मन  
कभी होती खतरनाक, कभी रोमांटिक गगन  

पहाड़ों पर देखी बारिश, हरियाली की चादर बिछी  
समुद्र की लहरों संग, सजीले बादल नाचे धूम मची  

बारिश की बूंदें चांदनी, चुपचाप धरा को चूमतीं  
कभी ये बनें बाढ़ की वजह, शहरों में आफत लातीं  

कभी गुलाब संग मुस्कान, प्रेम का संदेशा लाती  
कभी शोरगुल संग बवंडर, तबाही का मंज़र दिखाती  

बारिश का ये अजब सफर, मधुर, सुहानी, या भयावह  
इसकी हर अदाओं में छिपा, कुदरत का अनमोल रहस्य!

पौधे हमारे पूर्वज हैं

पौधे हमारे पूर्वज हैं, उनके ज्ञान को दबाया गया है,  
पुरानी पद्धतियों के साथ, उनकी बुद्धि को मिटाया गया है।  
फिर से पौधों पर विश्वास जमाना, अपने अस्तित्व का हिस्सा पाना,  
प्रकृति के संग जुड़ कर, अपनी जड़ों को पहचानना।  

पत्तों की सरसराहट में, जीवन का संगीत बजता है,  
उनकी निस्वार्थ सेवा से, हमारा तन-मन सजता है।  
धरती का आंचल, उनकी जड़ों से संजीवनी है,  
उनसे हमें मिलती, सच्ची शांति की वाणी है।  

पौधों की छांव में, सजीवता का अहसास होता है,  
उनके संग हम जुड़ें, तो समग्रता का विकास होता है।  
प्रकृति के इस अनमोल खजाने को संजो कर,  
हम अपने भविष्य को, एक नई दिशा दे सकते हैं।  

आओ, पौधों से सीखें, सहनशीलता और समर्पण,  
उनकी गोद में बस कर, पाएँ हम सच्चा जीवन दर्शन।  
उनसे जुड़ कर, हम अपने अंदर की खोई रोशनी पा सकते हैं,  
पौधे हमारे पूर्वज हैं, ये सच्चाई हम साकार कर सकते हैं।

बारिश की बूंदें जब धरती को चूमती हैं

बारिश की बूंदें जब धरती को चूमती हैं,  
तो उसका मीठा रस दिलों को मोह लेता है।  
कभी ये बूंदें सुखद ठंडक लाती हैं,  
कभी ये बाढ़ बनकर विपदा में भी आ जाती हैं।

पहाड़ों पर जब बारिश की बौछारें बरसती हैं,  
तो नदियाँ अपने जल से भर जाती हैं।  
समुद्र की लहरें और ऊँची हो जाती हैं,  
और प्रकृति की ये लीला हमें सोचने पर मजबूर कर जाती हैं।

बारिश का सौंदर्य कभी रोमांस का गीत गाती है,  
कभी प्रेमियों की आँखों में सपनों की बुनाई करवाती है।  
पर जब ये विपदा का रूप धारण करती है,  
तो लोगों के जीवन में कठिनाई की बुनाई करवाती है।

फिर भी, बारिश की बूंदें हमें याद दिलाती हैं,  
कि प्रकृति की हर आशीष में दो रूप छुपे होते हैं।  
कभी मीठी, कभी खट्टी, ये बारिश की कहानी,  
हमारे जीवन की भी होती है एक सच्ची कहानी।

बारिश की बूंदें मीठी हैं

बारिश की बूंदें मीठी हैं कभी,
कभी ये ख़तरनाक बन जाती हैं।

पर्वतों से गिरती, नदियों में मिलती,
समुद्र की लहरों में भी आती हैं।

जब प्रेमी मिलते बारिश में,
रूमानी कहानियाँ बन जाती हैं।

कभी ये बाढ़ का रूप धारण कर,
जीवन में विनाश ले आती हैं।

पर्वतों की ऊँचाई से देखी,
समुद्र की गहराई में जानी।

हर बारिश का अपना रंग है,
प्रकृति की प्यारी कहानी।

मीठी बूंदों का संगीत सुनो,
दिल को सुकून देती हैं।

पर संभल कर चलना बारिश में,
कभी ये खतरा बन जाती हैं।

बारिश की हर बूँद कहती है,
जीवन की यही सच्चाई है।

कभी ये मीठी, कभी ये खतरनाक,
कभी ये रूमानी, कभी ये विनाशकारी है।

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