बारिश की बूँदों में छिपी है हर रंग की कहानी,
कभी मधुर संगीत, कभी बाढ़ की निशानी।
पहाड़ों पर गिरती है तो बिखेरती है चाँदी,
समुद्र की लहरों में घुलकर, बुनती है एक फांदी।
मोहब्बत की रातों में ये बनती है साथी,
दो दिलों की बातें, झूमती है बूँदें जैसे ताली।
विरह की तन्हाई में ये आंसू बनकर बहती,
यादों के गलियारों में, बस चुपचाप रह जाती।
बाढ़ बनकर जब आई, तो धारा बहा ले जाती,
विनाश की लहरों में सब कुछ बिखर जाता।
फिर भी, उस बूंद में है जीवन का उपहार,
धरती को तृप्त कर, हरियाली से सजा डाले प्यार।
बारिश का ये जादू, हर किसी को मोह लेता,
कभी ख्वाबों में खो जाता, कभी हकीकत से जूझता।
ये जीवन का सुकून है, और विपदा का दर्द,
बारिश की बूँदों में छिपी है हर रंग की कहानी, प्यारी और सख्त।
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