चाँद की रोशनी में



हमारी बातों में वो शोर नहीं,
जो दिल की आवाज़ होती है,
एक सुकून है, एक खामोशी,
जो मोहब्बत की सच्चाई होती है।

चाँद की रोशनी में खो जाते हैं,
हम, तेरे ख्यालों की तरह,
एक राज़ है, एक नज़र है,
जो हमारे बीच बनती जाती है।

हर शाम तेरी याद आती है,
हर सुबह तेरे नाम के साथ,
इस दिल में एक हसरत है,
जो तेरे सिवा कुछ नहीं चाहती।

रात की खामोशी में



रात की खामोशी में,
तारों की चमक के साथ,
हमें मिलता है शांति का एहसास,
जब सारी दुनिया सोती है चुपके से।

चाँद अपने पुराने राज कहता,
पेड़ों से, समुद्रों से, कहानियाँ बयां करता,
रोशनी का नृत्य, हवा की सरसराहट,
प्रकृति की संगीत, सुनहरा और सुकून भरा है।

ऐसे लम्हों में, जब सब कुछ शांत हो जाता,
हम जीवन की अद्भुत चमक को महसूस करते,
क्योंकि खामोशी में ही हम पाते,
महज होने की सुंदरता, साथ में।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...