हम दोनों बातें करते, हर रात के साए में।
हॉस्टल की बालकनी, हमारी जगह जहां,
सपनों की दुनिया में, हम बनते रहे महान।
कमल की बातें, उसकी मुस्कान में छुपी,
सवालों का सिलसिला, हमारी बातों में डूबी।
साथ रहेंगे हम, भविष्य की राहों में,
साथ धुएं में, हमारी दिल की धधधकन में।
रातों की गुहार, सुबह की किरण में,
दीपक दीप्ति की कहानी, हमारे दिल की जुबानी में।
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