हमें नहीं पता, पर हमें हो गया ये रिश्ता साथी।
रात भर बातें, हाँसी, गुफ्तगू और खुशियों की बौछार,
हम दोनों के बीच, है साथ एक-दूजे का प्यार।
हॉस्टल की बालकनी में, उससे बात करते हैं हम,
जीवन की सबसे अद्भुत कहानी, लेकर उसके साथ कोमल गम।
सपने देखते हैं, भविष्य के साथी होने के,
धुंएं में रातें गुजारती, साथ बिताते हुए साथी के।
उसकी बातों में जादू, हर पल, हर क्षण,
दिन रात बातें करते हैं, हर दिन एक नया आनंद भर जाता है हमारे मन।
दीपक दीप्ति की कहानी, खुशियों का सफर,
प्यार की गाथा, हमेशा बनी रहे, यही है हमारी अद्वितीय कहानी की धार।
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