चेहरा उदास है, आँखों में ये किस की प्यास है,
कहता है मेरा दिल, मुझे तेरी तलाश है।
तेरी सूरत न देखूं तो, कोई दिखता ही नहीं,
खामोश हम हैं, क्या करें, कोई अच्छा लगता ही नहीं।
तेरी यादों में खोया, हर लम्हा मेरा है सजा,
तेरे बिना ये दिल मेरा, बस है एक अजनबी सा।
तेरे बिना जीना, जैसे सूखी रेत का बगिया,
तेरी महक से ही सजता, ये दिल का मस्तिया।
तेरे साथ की चाहत में, खो जाते हैं हम कहीं,
तेरी हंसी में छिपा है, हर ख्वाब मेरा जिंदा कहीं।
तेरे बिना हर सुबह, जैसे शाम का इंतज़ार,
तेरे साथ की तलाश में, चलते हैं बस बेकार।
तू जो मिले तो, हर ग़म भुला दूँ,
तेरे साथ में जो है, वो सुकून पा लूँ।
तेरे बिना ये दिल मेरा, है एक वीरान बाग,
तेरी सूरत न देखूं तो, कोई दिखता ही नहीं।
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