हिम्मत और विश्वास का सफर



मैं हर मौके का पीछा करता हूँ, साहस से भरा,
खुद को कभी जल्दी नहीं आंकता।
हर कोशिश एक नई शुरुआत लाती है,
हर प्रयास में मेरी कहानी आगे बढ़ जाती है।

हो सकता है, जो दिखता नहीं, वही रास्ता हो,
हर दरवाजे के पीछे, नया अवसर छुपा हो।
खुद की कीमत को समझता हूँ मैं,
खुद पर भरोसा रखना ही मेरा धर्म है।

अगर गिरता भी हूँ, तो फिर उठ जाता हूँ,
हार को अपनी जीत में बदल लेता हूँ।
हर संघर्ष मुझे मजबूत बनाता है,
और हर असफलता में नया सबक सिखाता है।

मैं कभी हार नहीं मानता,
क्योंकि मेरे सपने मेरे आत्मविश्वास से बड़े हैं।


No comments:

Post a Comment

Thanks

"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...