आत्मशक्ति का विश्वास



कभी खुद की ताकत को कम मत आँको,
मेरे अंदर की शक्ति को समझो, उसे पहचानो।
लोग सीखते हैं, काम करते हुए,
जो कदम बढ़ाते हैं, वही मंजिल पाते हैं।

साहस ही है जो हर मुश्किल को पार करता है,
जो डर को छोड़ देता है, वही जीतता है।
मेरे अंदर वही ताकत है, जो किसी में भी हो,
बस मुझे उसे पहचानने और दिखाने की जरूरत है।

सिर्फ डर को छोड़कर चलना है,
क्योंकि साहस ही है, जो हमें सच्ची ऊँचाइयों तक ले जाता है।

कभी खुद पर शक मत करो,
तुम्हारी शक्ति अनमोल है, बस उसे पहचानो।


No comments:

Post a Comment

Thanks

"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...