आज तो कुछ खास है, लग रहा है जैसे शोले,
सभी मिलकर उड़े हैं, जैसे कोई बड़ा बखेड़ा हो!
सोचते हैं हम, क्या ये सही है, या फिर स्वप्न में खो गए,
लेकिन ये तो कोई महाकवि की पंक्तियाँ लगती हैं, क्या ये हम ही हैं जो बिखर गए!
आज तो ज्ञान की बारिश हो रही है,
वो भी बिना रेनकोट के, ऐसे जैसे हम सब भीग रहे हैं।
मेरे पास भी कुछ खजाने हैं, जो सबको दिखाए बिना,
सभी कहते हैं, "ओह! ये नया क्या है? ये तो नया ज्ञान, नया मंत्र है!"
कभी हम थे बोझ, अब तो उड़ते हैं,
आसमान में चमकते सितारे, जैसे हम ही चमकते हैं!
आज की फीड है jackpot, एकदम धांसू,
कभी हम थे इन्फ्लुएंसर, अब तो हम खुद हैं guru!
हमारी बगिया में नए फूल खिले हैं,
वो भी अलग रंगों में, हरे, गुलाबी, और पीले भी।
इतना ज्ञान और पॉपकॉर्न साथ में,
क्या कहूँ, आज तो बेमिसाल है हमारा हर दिन!
मस्ती में और ज्ञान में एक साथ बहे,
आगे बढ़ते जाएं, जहां भी जाएं, बस हम ही रुकें नहीं!
क्या यह हमारी यात्रा का फिनाले है, या बस शुरुआत,
लेकिन आज के दिन में, हम सब हैं।
बस शानदार और शानदार!
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