जो डरे, संभल कर चलता,
उसके हिस्से शांति है छोटी।
जो साहस से बढ़ाए कदम,
ब्रह्मांड उसकी राह संजोती।
लक्ष्य बनाओ जो डरा दे,
दिल को जो उत्साहित कर दे।
सपने वो जो खींचें आगे,
जो तुम्हें खुद से बड़ा कर दे।
सामर्थ्य है तुम्हारे भीतर,
बस खुद पर विश्वास जगाओ।
ऊर्जा जो तुमसे निकलेगी,
ब्रह्मांड वही लौटाएगा।
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