एक तेरी ही तस्वीर बनाता रहता हूं मैं
कि काश तेरी तस्वीर मूझसे कुछ कह जाये
तेरी तस्वीर को निहारता रहता हूं मै
कि काश तू भी मुझे देखकर मुस्करा दें
तेरी आंखों को
देखता रहता हूं मैं
कि काश उनमे नजर आ जाऊं
तेरे लबों को चूमता रहता हूं मैं
कि काश तेरी सांसों मे मेरा नाम आये
ये तेरी कशिश है या तेरा नूर है
तू मेरे पास होते हुए भी दूर है
ये कैसी कशमकश मे जी रहा हूं मैं
तू ना होते हुए भी तेरी तस्वीर बनाता रहा हूं मैं
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