स्वयं की अनुभूति,
एक दीपक है,
जो जलता है भीतर,
और रोशन करता है संसार।
यह वह अग्नि है,
जो न केवल तुम्हें,
बल्कि हर दिशा को प्रकाशित करती है।
जब तुम स्वयं को जान लेते हो,
तो जगत को समझ लेते हो।
अपने सत्य को अपनाने में,
तुम वह उदाहरण बनते हो,
जो प्रेरणा देता है दूसरों को।
यह सबसे बड़ी सेवा है,
न शब्दों में,
न कर्मों में,
बल्कि तुम्हारे होने में।
एक शांत शक्ति,
जो हर आत्मा को छू लेती है।
स्वयं को पहचानो,
और यह पहचान
संसार को बदल देगी।
क्योंकि तुम्हारे भीतर
पूरा ब्रह्मांड समाया है।
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